रिश्ते में झुक जाना ।
<p dir="ltr">रिश्ते निभाने में झुक जाना <br>
मज़बूरी नही होती <br>
कभी कभी यूँ ही <br>
चुप रह जाना कमजोरी नही होती ।<br>
सब कुछ हमारे हाथों में <br>
नही होता है मेरे दोस्त <br>
अगर सब कुछ पा लेता इंसान<br>
यूँ ही खुद ही<br>
तो किसी की भी, <br>
कोई हसरतें अधूरी नही होती </p>
<p dir="ltr">और हसरतों के बिना भी <br>
किसे याद रखतें है <u>हम</u><br>
फिर इस जहां में खुदा की<br>
खिदमत भी जरुरी नही होती ।</p>
मज़बूरी नही होती <br>
कभी कभी यूँ ही <br>
चुप रह जाना कमजोरी नही होती ।<br>
सब कुछ हमारे हाथों में <br>
नही होता है मेरे दोस्त <br>
अगर सब कुछ पा लेता इंसान<br>
यूँ ही खुद ही<br>
तो किसी की भी, <br>
कोई हसरतें अधूरी नही होती </p>
<p dir="ltr">और हसरतों के बिना भी <br>
किसे याद रखतें है <u>हम</u><br>
फिर इस जहां में खुदा की<br>
खिदमत भी जरुरी नही होती ।</p>