
बिहार - एक आईने की नजर से
by ashwini rai
यह पुस्तक बिहार के उस गौरवपुर्ड इतिहास को बखान करता है, जिसे आज के हम युवाओ ने भुला कर बिहार के नाम को मात्र एक आलोचनात्मक शब्द बना रखा है. बिहार के इतिहास के बिना भारत के इतिहास कि कल्पना भी नही कि जा सकती, तो ऐसा क्या हुवा जो स्वर्डिम इतिहास सिर्फ इतिहास बन कर हि रह गया गया ? यह पुस्तक बिहार के अतित पर जहा गर्व करना चाहती है वही उसके अंगो के नोचे जाने पर सिसकती भी है, चलिये हम भी उसके साथ कुछ कदम चलते हैं, कुछ गर्व करते हैं और कुछ……?
Chapters
- बिहार - एक आईने की नजर से
- ब्रहद्रथ वंश
- वैशाली के लिच्छवि
- अलकप्प के बुलि
- हर्यक वंश
- शिशुनाग वंश
- नन्द वंश
- चाणक्य
- मौर्य राजवंश
- शुंग राजवंश
- कण्व राजवंश
- गुप्त साम्राज्य
- पाल वंश
- मिथिला के कर्नाट शासक
- ममलूक वंश
- खिलजी वंश
- तुगलक वंश
- चेरो राजवंश
- नूहानी वंश
- अफगान
- मुगल शासन
- अंग्रेज और आधुनिक बिहार
- बहावी आन्दोलन
- मुण्डा विद्रोह
- बिहार में स्वतन्त्रता आन्दोलन
- भारत छोड़ो आन्दोलन और बिहार
- भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन एवं नव बिहार प्रान्त के रूप में गठन
