26 जनवरी के कार्यक्रम हेतु गावं के प्राथमिक स्कुल में मुख्यमंत्री जी के आने का कार्यक्रम था| इसको लेकर बहुत गहमागहमी थी| इस बहाने से स्कुल में बढ़िया शौचालय और कमरे बन गए थे|
जिलाधिकारी महोदय गणतंत्र दिवस से दो दिन पहले स्कुल के निरिक्षण को आये थे| बड़े कार्यक्रम का रिहर्सल जरुरी होता है, कुछ गड़बड़ हो गयी तो|
जिलाधिकारी महोदय निरिक्षण कर रहें थे| साथ में हेड मास्टर साहब और एक सहायक अध्यापक थे| कक्षाओं के निरिक्षण के समय जिलाधिकारी महोदय ने दूसरी कक्षा के बच्चो से कुछ प्रश्न पूछने प्रारंभ किये|
जिलाधिकारी महोदय : बच्चो सुभाष चन्द्र बोस का जन्मदिन किस तारीख को होता होता है?
“26 जनवरी और 15 अगस्त” बच्चो ने सामूहिक आवाज़ में उत्तर दिया| जिलाधिकारी महोदय थोडा मायूस हो गए| पास खड़े हेड मास्टर साहब जी के चेहरे पर घबराहट बिछ गयी|
अबकी बार जिलाधिकारी महोदय ने चन्द्र शेखर आज़ाद का जन्मदिन पुछा, बच्चो का जवाब वो ही था 26 जनवरी और 15 अगस्त| जिलाधिकारी महोदय को अब ये जवाब अजीब लग रहा था| जिलाधिकारी महोदय ने अबकी बार महात्मा गाँधी का जन्मदिन पुछा तो बच्चो ने चहक कर जवाब दिया “2 अक्टूबर”
अब जिलाधिकारी महोदय का साहस बढ़ गया था| उन्होंने जवाहर लाल नेहेरू का जन्मदिन पुछा, बच्चो ने एक बार और चहक कर जवाब दिया “14 नवम्बर”|
हेड मास्टर साहब अब सुकून महसूस कर रहे थे|
जिलाधिकारी महोदय ने इसके बाद भगत सिंह जी का जन्म दिन पूछा. बच्चो का जवाब एक बार फिर वो ही था “26 जनवरी और 14 अक्टूबर”
हेड मास्टर साहब के सुकून के तालाब में फिर कंकर लग गयी और घबराहट की लकीरे उनके चेहरे के केंद्र से होते हुए किनारे तक बिछ गयी|
सवालो के जवाब सुनकर जिलाधिकारी महोदय जी की उत्सुकता बढ़ गयी थी| आखिर बच्चो से पूछ ही लिया “भगतसिंह, आज़ाद जी और सुभाष चन्द्र बोस जी इन सबका जन्म दिन एक ही साथ वो भी साल में दो दिन ये किसने पढाया?”
एक बच्चा : सर जी स्कुल में मास्टर जी 2 अक्टूबर को गाँधी की तस्वीर पर फुल चढाते हैं 14नवम्बर को नेहेरू जी की तस्वीर पर.......... बाकी सबकी तस्वीर पर तो जी 26जनवरी और 15 अगस्त को ही फुल चढाये जावै सर जी.
जिलाधिकारी महोदय को ये बालसुलभ दर्शन समझ आ गया था|
सहायक अध्यापक जो सब देख रहे थे वो बोल उठे “बच्चे तो सच ही बोलतें हैं और सच बेबाक होता है सर”
जिलाधिकारी महोदय ने गर्दन घुमाकर सहायक अध्यापक की तरफ देखा और सहमती में सहसा उनकी गर्दन झुकी और उठी|
हेड मास्टर साहब ने घबराहट मिश्रित अंदाज में कहा “कोई नहीं सर... दो दिन हैं सिखा देंगे”
सहायक अध्यापक तुरंत बोल पड़ें “जी सर काम चलाऊ झूठ तो सिखा ही देंगे”
सहायक अध्यापक ने बच्चो की तरफ देखा और बोले “बच्चो आज 23 जनवरी को सुभाष चन्द्र बोस जी का जन्मदिन है| आज हम उनको याद करेंगे और श्रद्धांजली देंगे”