सायरी 1
चला आऊं भरी बरसात में तू कह कर तो देख,
मेरे दिल में जो तपिश है, इसे तू सह कर तो देख,
बहुत आसान है, राहें ना कोई डर ना तकलीफें,
कभी दरिया में तिनके की तरह, तू बह कर तो देख,
जुबां पर बात आई है, तो कहना भी ज़रूरी है,
तू एक सुंदर इमारत है, कभी डह कर तो देख,
दुनिया भर में नहीं है कोई महफूज ठिकाना
मेरा दिल खूबसूरत है तू इसमें रह कर तो देख