Bookstruck

#285327412

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मुरली मधुर मेरो मन मोहे
मोर मुकुट माथे अति सोहे
मुख माखन यूं लपटायो रे
मोहन मेरी गली में आयो रे |

कुंचित केशा कांध तुम्हारे
कोटीश कामा तुझपर वारे
कारो काजर नैन लगायो रे
केशव कुंज गली में आयो रे |

सुन्दर सरस श्याम सलोना
छुपकर चोरे माखन दोना
संग चोरों की टोली लायो रे
श्याम सूनी गली में आयो रे |

"सायर सुत सुरेश" भाखे
साहेब सुरत निज मन राखे
सदा श्याम रो जस गायो रे
सांवरो साहेब बनकर आयो रे |


"सुरेश परिहार"#285327412
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