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हो तनय काल महाकाला ; यम...

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अंक दुसरा - प्रवेश पहिला - पद २५

हो तनय काल महाकाला;

यमवध केला नाशवंत नरतनुनें, ही सुतलीला ॥ध्रु०॥

मृत जनक जाई सुतदेहीं, नव गेहीं;

तनुजा तेविं अमर करी स्वकुलाला ॥१॥


राग बिहाग; ताल त्रिवट.

("राजनके राजा महाराजा" या चालीवर.)

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