Bookstruck

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(राग : खमाज, चाल : कोयलिया कूक)
ही बहु चपल वारांगना ॥ साहस, दंभ, लोभ, कपटानृत भाषण
टाकिल कशि या स्वगुणा ॥ साहस, दंभ, लोभ, कपटानृत भाषण
टाकिल कशि या स्वगुणा ॥धृ०॥
प्रेमचित्रिका दिधली तीतें ॥ अर्पी परि ती प्रिय पुरुषातें ॥
कुललीला या तिच्या देति संताप मना ॥१॥
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