
बेगुनाह या गुनेह्गार
by हिंदी संपादक (विशेष लेखन)
हांलाकि कानून का काम है सही फैसले देना कई बार ऐसा नहीं हो पाता | ऐसी सूरत में कई बार लोगों को कई साल तक जेल की सजा काटनी पड़ती है उसके बाद उनके हक में फैसला होता है | कई बार तो वो फैसला जब तक आता है व्यक्ति जेल में रहने का आदि हो जाता है या फिर मृत्यु को प्राप्त हो जाता है | आईये जानते हैं ऐसे ही कुछ पेचीदा केस के बारे में जहाँ लोगों की जिंदगी एक गलत फैसले की वजह से बदल गयी |
Chapters
- सैली क्लार्क
- थॉमस कैनेडी
- नोरा वाल
- टैमी मेर्कुँर्द्त
- लीन डे जैक
- देर्रिल हंट
- डेवी बोज़ेल्ला
- रुबिन कार्टर
- स्टीवन त्रस्कोत्त
- सेमूएल होल्म्स शेप्फार्ड
- महमूद हुस्सेन मट्टन
- चार्ल्स बटलर मक वे III
- हवले हार्वे क्रिप्पेन
- जॉन पी डेविस जूनियर
- आर्थर एलन थॉमस
- मिच्केल्बेर्ग भाई
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