
Chapters
- वरदान
- वैराग्य
- नये पड़ोसियों से मेल-जोल
- एकता का संबंध पुष्ट होता है
- शिष्ट जीवन के दृश्य
- डिप्टी श्यामाचरण
- निठुरता और प्रेम
- सखियाँ
- ईर्ष्या
- सुशीला की मृत्यु
- विरजन की विदा
- कमलाचरण के मित्र
- कायापलट
- भ्रम
- कर्तव्य और प्रेम का संघर्ष
- स्नेह पर कर्त्तव्य की विजय
- कमला के नाम विरजन के पत्र
- प्रतापचंद और कमलाचरण
- दुःख-दशा
- मन का प्राबल्य
- विदुषी वृजरानी
- माधवी
- काशी में आगमन
- प्रेम का स्वप्न
- विदाई
- मतवाली योगिनी









