
गबन
by प्रेमचंद
‘निर्मला’ के बाद ‘गबन’ प्रेमचंद का दूसरा यथार्थवादी उपन्यास है। कहना चाहिए कि यह उसके विकास की अगली कड़ी है। ग़बन का मूल विषय है - 'महिलाओं का पति के जीवन पर प्रभाव'।
Chapters
- अध्याय 1 पृष्ठ 1
- अध्याय 1 पृष्ठ 2
- अध्याय 1 पृष्ठ 3
- अध्याय 2 पृष्ठ 1
- अध्याय 2 पृष्ठ 2
- अध्याय 2 पृष्ठ 3
- अध्याय 2 पृष्ठ 4
- अध्याय 2 पृष्ठ 5
- अध्याय 3 पृष्ठ 1
- अध्याय 3 पृष्ठ 2
- अध्याय 3 पृष्ठ 3
- अध्याय 3 पृष्ठ 4
- अध्याय 3 पृष्ठ 5
- अध्याय 4 पृष्ठ 1
- अध्याय 4 पृष्ठ 2
- अध्याय 4 पृष्ठ 3
- अध्याय 4 पृष्ठ 4
- अध्याय 4 पृष्ठ 5
- अध्याय 5 पृष्ठ 1
- अध्याय 5 पृष्ठ 2
- अध्याय 5 पृष्ठ 3
- अध्याय 5 पृष्ठ 4
- अध्याय 5 पृष्ठ 5









