kavita
<p dir="ltr">"खवाईश"है ऐक पल मे पूरी ज़िन्दगी जीने की <br>
हा "खवाईश" है मुजे हर खुशी पा लेने की </p>
<p dir="ltr">जानती हु सब कुछ नहीं मिलता इस दुनिया में मांगने पर...... <br>
फिर भी एक "खवाईश" है,के सब कुछ पा ना है माग कर. </p>
<p dir="ltr">जाना चाहती हु उस बचपन में, जहा मिल जाती थी छोटी छोटी बातो की खुशी... <br>
हा मुजे वही "खवाईश" है के वो बचपन वापस मिल जाए. </p>
<p dir="ltr">सपने देखना कोइ बुरी बात नहीं होती,मे तो कहेती हु हर किसी को सपने देखने चाहिए.... <br>
कयौकि सपनो की तरह कई "खवाईश" भी अधुरी रह जाती हैं. </p>
<p dir="ltr">बस उन "खवाईशो" को पुरी करने की कोशिश हैं मेरी कया पता मेरी तरह आपकी "खवाईश" पुरी हो जाएे.<br>
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हा "खवाईश" है मुजे हर खुशी पा लेने की </p>
<p dir="ltr">जानती हु सब कुछ नहीं मिलता इस दुनिया में मांगने पर...... <br>
फिर भी एक "खवाईश" है,के सब कुछ पा ना है माग कर. </p>
<p dir="ltr">जाना चाहती हु उस बचपन में, जहा मिल जाती थी छोटी छोटी बातो की खुशी... <br>
हा मुजे वही "खवाईश" है के वो बचपन वापस मिल जाए. </p>
<p dir="ltr">सपने देखना कोइ बुरी बात नहीं होती,मे तो कहेती हु हर किसी को सपने देखने चाहिए.... <br>
कयौकि सपनो की तरह कई "खवाईश" भी अधुरी रह जाती हैं. </p>
<p dir="ltr">बस उन "खवाईशो" को पुरी करने की कोशिश हैं मेरी कया पता मेरी तरह आपकी "खवाईश" पुरी हो जाएे.<br>
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