
चंद्रकांता पहला अध्याय
by देवकीनन्दन खत्री
चंद्रकान्ता हिन्दी के शुरुआती उपन्यासों में से है जिसके लेखक देवकीनन्दन खत्री हैं। इसकी रचना १९ वीं सदी के आखिरी में हुई थी। यह उपन्यास अत्यधिक लोकप्रिय हुआ था और कहा जाता है कि इसे पढने के लिये कई लोगों ने देवनागरी सीखी थी। यह तिलिस्म और ऐयारी पर आधारित है और इसका नाम नायिका के नाम पर रखा गया है।
Chapters
- बयान 1
- बयान 2
- बयान 3
- बयान 4
- बयान 5
- बयान 6
- बयान 7
- बयान 8
- बयान 9
- बयान 10
- बयान 11
- बयान 12
- बयान 13
- बयान 14
- बयान 15
- बयान 16
- बयान 17
- बयान 18
- बयान 19
- बयान 20
- बयान 21
- बयान 22
- बयान 23
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