Bookstruck

शराबी

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मैं मय न पिया होता तो,
मैं शायद मर गया होता।

शराब इतनी बुरी नहीं मेरे मित्रों ,
अगर बुरी होती॒ तो ब्रॉड मे नहीं आती ।

शराब नहीं होता कोई भी नशा।
होता है तो केवल प्रोटीन और वशा।।

जिसे एक बार मय की हवा लगी।
फिर उसे न ही दुआ न ही दवा लगी।।

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