
शराबी
by Prinshu lokesh tiwari
मैं मय न पिया होता तो, मैं शायद मर गया होता। शराब इतनी बुरी नहीं मेरे मित्रों , अगर बुरी होती॒ तो ब्रॉड मे नहीं आती । शराब नहीं होता कोई भी नशा। होता है तो केवल प्रोटीन और वशा।। जिसे एक बार मय की हवा लगी। फिर उसे न ही दुआ न ही दवा लगी।।
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