वो कहते हैं हम तुम्हारी याद में
<p dir="ltr">वो कहते हैं कि तुम्हें इतनी शिद्द्त से चाहते हैं <br>
कि तुम्हारी याद में रोज इक गज़ल लिखते हैं।<br>
मैंने कहा लिखने को तो हम भी रोज कुछ  लिख दे,<br>
पर हम फरेब नही लिखते, जो लिखते है असल लिखते हैं।<br>
आँचल# अंकन</p>
कि तुम्हारी याद में रोज इक गज़ल लिखते हैं।<br>
मैंने कहा लिखने को तो हम भी रोज कुछ  लिख दे,<br>
पर हम फरेब नही लिखते, जो लिखते है असल लिखते हैं।<br>
आँचल# अंकन</p>