
छोटे बच्चों के लिए -अस्सी घाट की कविताएँ
by बनारसी बाबु
छोटे बच्चों के लिए कुछ खास कविताएँ जब हम दादी के साथ घाट पर टहलने जाते थे तब वह हम बच्चों को ये कविताएँ सुनाती थी! जो कभी बचपन में सुनी थी और अभी भी याद है| आज भी अस्सी घाट पर बैठते हैं तो गंगाजी के पानी को देखकर खूब याद करते हैं | अस्सी घाट की कविताएँ! ये कविताएँ बच्चो को बहुत पसंद आएँगी ऐसा मुझे विश्वास हैं|
Chapters
- मुर्गा और अंगीठी
- कछुआ और लोमडी
- लोमडी और बिलाव
- कौए की चालाकी
- फ़कीर की बुद्धिमानी
- सिपाही की बहादुरी
- सोमू-रामू
- पतंग का परिणाम
- एक और एक ग्यारह
- भय का भूत
- आगे बढ़ो !
- माँझी









