
कर्मभूमि
by प्रेमचंद
कर्मभूमि प्रेमचन्द का राजनीतिक उपन्यास है जो पहली बार १९३२ में प्रकाशित हुआ। इस उपन्यास में विभिन्न राजनीतिक समस्याओं को कुछ परिवारों के माध्यम से प्रस्तुत किया गया है। ये परिवार यद्यपि अपनी पारिवारिक समस्याओं से जूझ रहे हैं तथापि तत्कालीन राजनीतिक आन्दोलन में भाग ले रहे हैं।
Chapters
- अध्याय 1 - भाग 1
- अध्याय 1 - भाग 2
- अध्याय 1 - भाग 3
- अध्याय 1 - भाग 4
- अध्याय 1 - भाग 5
- अध्याय 1 - भाग 6
- अध्याय 1 - भाग 7
- अध्याय 1 - भाग 8
- अध्याय 1 - भाग 9
- अध्याय 1 - भाग 10
- अध्याय 1 - भाग 11
- अध्याय 1 - भाग 12
- अध्याय 1 - भाग 13
- अध्याय 1 - भाग 14
- अध्याय 1 - भाग 15
- अध्याय 1 - भाग 16
- अध्याय 1 - भाग 17
- अध्याय 1 - भाग 18
- अध्याय 2 - भाग 1
- अध्याय 2 - भाग 2
- अध्याय 2 - भाग 3
- अध्याय 2 - भाग 4
- अध्याय 2 - भाग 5
- अध्याय 2 - भाग 6
- अध्याय 2 - भाग 7
- अध्याय 3 - भाग 1
- अध्याय 3 - भाग 2
- अध्याय 3 - भाग 3
- अध्याय 3 - भाग 4
- अध्याय 3 - भाग 5
- अध्याय 3 - भाग 6
- अध्याय 3 - भाग 7
- अध्याय 3 - भाग 8
- अध्याय 3 - भाग 9
- अध्याय 3 - भाग 10
- अध्याय 3 - भाग 11
- अध्याय 3 - भाग 12
- अध्याय 4 - भाग 1
- अध्याय 4 - भाग 2
- अध्याय 4 - भाग 3
- अध्याय 4 - भाग 4
- अध्याय 4 - भाग 5
- अध्याय 4 - भाग 6
- अध्याय 4 - भाग 7
- अध्याय 4 - भाग 8
- अध्याय 5 - भाग 1
- अध्याय 5 - भाग 2
- अध्याय 5 - भाग 3
- अध्याय 5 - भाग 4
- अध्याय 5 - भाग 5
- अध्याय 5 - भाग 6
- अध्याय 5 - भाग 7
- अध्याय 5 - भाग 8
- अध्याय 5 - भाग 9
- अध्याय 5 - भाग 10









